The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
The best Side of वशीकरण मंत्र किसे चाहिए
Blog Article
इस साधना का कोई विधान नहीं है बल्कि इसे पूजा पाठ में शामिल किया जाता है.
यह मंत्र व्यक्ति के मन को आकर्षित करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप दूसरे व्यक्ति को आपके प्रति आकर्षित कर सकते हैं और उनमें अपने प्रतीक्षाएं जगा सकते हैं।
यंत्र को बनाने का तरीका और इसमें इस्तेमाल होने वाली चीजे इसके महत्त्व को बढ़ा देती है.
विधि: पति को वश में करने का यह मन्त्र सवा लाख बार जप करने पर सिद्ध हो जाता है। प्रयोग के समय इसका एक सौ आठ बार जप करें। किसी वस्तु को मंत्राभिषिक्त कर पति को खिला दें। वह सदा आज्ञाकारी बना रहेगा।
ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा।
मिलने के लिए कोशिश करे की शुक्रवार या फिर पूर्णिमा का दिन हो क्यों की इसे प्यार का देवता माना जाता है.
नमो भगवते कामदेवाय सर्वजन प्रियाय सर्वजन सम्मोहनाय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल हन हन वद वद तप तप सम्मोहय सम्मोहाय सर्वजन मे वशं कुरू कुरू स्वाहा
चेतावनी: किसी भी मंत्र का उपयोग केवल सकारात्मक और नैतिक उद्देश्यों के लिए करें। इसे किसी की स्वतंत्र इच्छा को बाधित करने, छल करने, या अनैतिक लाभ के लिए प्रयोग न करें, क्योंकि इससे नकारात्मक परिणाम और दुष्प्रभाव हो सकते हैं। मंत्र जाप में पवित्रता, श्रद्धा, और सच्ची भावना आवश्यक है। इसे मनोरंजन या खेल के रूप में न लें। यदि अनुभव न हो, तो किसी योग्य गुरु या विशेषज्ञ का मार्गदर्शन लें।
इन्हें धारण करने से व्यक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
सही मंत्र: उद्देश्य के अनुसार more info विशिष्ट मंत्रों का चयन किया जाता है।
जाप के बाद केसर, गंगाजल आदि मिश्रित सिन्दूर का तिलक लगाएं। तिलक लगाते ही सम्मोहन की शक्ति प्राप्त हो जाती है। जो भी तुम्हें देखेगा वह मोहित हो जाएगा.
वशीकरण तंत्र विद्या का एक हिस्सा है जो मंत्रों और विशेष अनुष्ठानों के माध्यम से ऊर्जा को संचालित करता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसी व्यक्ति के विचार और भावनाओं को सकारात्मक दिशा में प्रभावित करना है। वशीकरण का उपयोग निम्नलिखित के लिए किया जाता है:
बार बार इसका प्रयोग न करे और जिस व्यक्ति के लिए किया है उसके अलावा किसी और के लिए इसे काम में न ले.
विधि: किसी भी सोमवार को, चार लौंग को पान के पत्ते में लपेटकर अपने मुँह में रखें। इसके बाद, किसी नदी या सरोवर में स्नान करते हुए डुबकी लगाएँ। डुबकी के दौरान, इस मंत्र का इक्कीस बार जाप करें। फिर पानी से बाहर निकलकर मुँह में रखी हुई लौंग को निकालें और उसे धूप दिखाएं। यह लौंग जिसे भी खिला दी जाएगी, वह व्यक्ति साधक के प्रभाव में आ जाएगा।